Google pe name nahin hai Part 6

Google pe name nahin hai Part 6 जब दीवारें बोलने लगीं रात के उस गहरे सन्नाटे में “उम्मीद शाला” की मिट्टी की दीवारें अचानक बोझिल लगने लगीं। बाहर से आती सायरन की आवाज़ें पास आते भेड़ियों के झुंड जैसी थीं — हर सेकंड और नज़दीक। बच्चों की आँखों में डर से ज़्यादा सवाल थे, और … Read more

Khazane ki talash part 4 maut ke darwaze par dastak

Khazane ki talash part 4 पन्ने की पहली फुसफुसाहट डायरी का पन्ना जैसे हवा में खुद ही सांस ले रहा था। उस पर उभरे अल्फ़ाज़ महज़ स्याही नहीं थे — वो जैसे किसी सदियों पुराने ज़ख्म से रिसता सच थे। सलिम की उँगलियाँ हल्के से उस पन्ने को छू रही थीं, लेकिन दिल में ऐसा … Read more

Most Mysterious & Spine-Chilling 43 gayab hote logon ki kahani Part 6

43 gayab hote logon ki kahani Part 6 भागने का रास्ता — या मौत का फंदा? आरिफ़ के पसीने की बूँदें अब ठंडी नहीं थीं — उनमें डर नहीं, अब इरादा था। वेंटिलेशन शाफ़्ट पर लिखा वो संदेश — “भाग… जब तक नाम नहीं खुदा” — जैसे किसी भूले हुए शख्स की आख़िरी उम्मीद हो, … Read more

Google pe name nahin hai part 5

Google pe name nahin hai part 5 साया जो दस्तावेज़ों से तेज़ था फाइलों के पन्ने हवा में उड़ते ही नहीं, जैसे चीख़ने लगे थे — हर एक काग़ज़ पर दर्ज सच अब आज़ाद होना चाहता था। लेकिन इहान के हाथों से जैसे समय फिसल रहा था। उसने कुछ अहम दस्तावेज़ जल्दी-जल्दी बैग में भरने … Read more

Khazane ki talash part 3 maut ke darwaze par dastak

Khazane ki talash part 3 वो जो लिखा गया मगर पढ़ा नहीं गया दीवार के उस पार का कमरा अब पीछे छूट चुका था। फ़ैज़ अंकल और ज़हीर चाचा की आँखों में सैकड़ों सवाल थे, मगर सलिम की नज़रें उस डायरी पर जमी थीं — एक ऐसी पुरानी किताब, जिसकी जिल्द वक्त की आँच में … Read more

Most Mysterious & Spine-Chilling 43 gayab hote logon ki kahani Part 5

43 gayab hote logon ki kahani Part 5 बंद दरवाज़े के पीछे आरिफ़ की निगाहें उस मोमजदा चेहरे पर अटक गई थीं। उस चेहरे की पलकें हल्के-हल्के काँप रही थीं — जैसे सदियों से बंद कोई खिड़की पहली बार हवा से सरसराई हो। उसे ऐसा महसूस हुआ जैसे वो पुतली उसे देख रही हो… नीली, … Read more

Google pe name nahin hai Part 4

Google pe name nahin hai part 4 सईद के वर्कशॉप की खाली दीवारें अब किसी तहक़ीक़ाती म्यूज़ियम की तरह लग रही थीं — जहाँ हर औज़ार एक सबूत था, हर धूल भरी मशीन एक चश्मदीद गवाह। मगर वहाँ अब सईद नहीं था, और यही सबसे बड़ा सुराग़ था। कमरे में पसरा सन्नाटा जैसे इहान के … Read more

ख़ज़ाने की तलाश part 2. मौत के दरवाज़े पर दस्तक

ख़ज़ाने की तलाश part 2.नक़्शे के पीछे छुपा राज़ सलीम की आँखों में अब भी वो चमक थी जो उसने उस पुराने संदूक़ के अंदर देखे गए नक़्शे को देखकर महसूस की थी। फ़ैज़ अंकल ने अपने काँपते हाथों से नक़्शे को फैलाया, जैसे वो कोई पुराना ज़ख्म हो जो फिर से खुल रहा हो। … Read more

Most Mysterious & Spine-Chilling 43 गायब होते लोगों की कहानी Part 4

Most Mysterious & Spine-Chilling 43 गायब होते लोगों की कहानी  Part 4 आरिफ़ का हर क़दम उस आधे खुले दरवाज़े की ओर किसी खिंचाव की तरह जा रहा था — मानो कोई अदृश्य ताक़त उसे अंदर बुला रही हो। गाने की धीमी आवाज़ अब थोड़ी साफ़ होने लगी थी, और उसमें एक बेचैन कराह छिपी … Read more

Google Pe Naam Nahin Hai part 3

Google Pe Naam Nahin Hai part 3 अब तक आपने देखा… एक पत्रकार, इहान सिद्दीक़ी, जो हक़ीक़त की तलाश में अपनी जान को दांव पर लगाकर उन दरवाज़ों को खटखटा रहा है जिन पर ताले नहीं, ख़ामोशी लटकी हुई है। पहले पार्ट में उसने एक अनाम गली की ख़ामोशियों से सुराग़ खोजे, दूसरे पार्ट में … Read more